ट्रेंडिंग न्यूज़ देवरिया न्यूज़ उत्तर प्रदेश न्यूज़ राष्ट्रीय न्यूज़ अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ राजनीतिक न्यूज़ अपराधिक न्यूज़ स्पोर्ट्स न्यूज़ एंटरटेनमेंट न्यूज़ बिज़नस न्यूज़ टेक्नोलॉजी अपडेट लेटेस्ट गैजेट अपडेट मौसम

सेंसेक्स क्या है?

[post_dates]

What-is-SENSEX-300x160
---Advertisement---

सेंसेक्स क्या है?

(What is SENSEX?)

What is SENSEX? सेंसेक्स भारतीय शेयर बाजार का एक प्रमुख सूचकांक है, जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सूचीबद्ध 30 सबसे बड़ी और सबसे स्थिर कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है। यह “सेंसिटिव इंडेक्स” (Sensitive Index) का संक्षिप्त रूप है। सेंसेक्स भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार की स्थिति को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण मानक है।

सेंसेक्स की विशेषताएं:

  1. स्थापना: सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई थी।
  2. कंपनियां: इसमें 30 प्रमुख कंपनियों को शामिल किया जाता है, जो अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
  3. मूल्यांकन: यह कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और उनकी प्रदर्शन दर के आधार पर गणना की जाती है।
  4. मुख्य क्षेत्र: इसमें बैंकिंग, आईटी, ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों की प्रमुख कंपनियां शामिल होती हैं।

सेंसेक्स कैसे काम करता है?

  • सेंसेक्स का आधार वर्ष 1978-79 है और इसका आधारांक (Base Value) 100 है।
  • यह सूचकांक कंपनियों के फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन पर आधारित है।
  • यदि इन 30 कंपनियों के शेयर की कीमतें बढ़ती हैं, तो सेंसेक्स ऊपर जाता है। अगर कीमतें गिरती हैं, तो सेंसेक्स नीचे आता है।

सेंसेक्स का महत्व:

  1. बाजार की स्थिति का संकेत: सेंसेक्स यह बताता है कि भारतीय शेयर बाजार की समग्र स्थिति क्या है।
  2. आर्थिक संकेतक: यह भारतीय अर्थव्यवस्था की दिशा और दशा को मापने में मदद करता है।
  3. निवेशकों का मार्गदर्शन: यह सूचकांक निवेशकों को समझने में मदद करता है कि बाजार में कब निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
  4. वैश्विक पहचान: सेंसेक्स के उतार-चढ़ाव का असर अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर भी पड़ता है।

सेंसेक्स में शामिल कंपनियां:

सेंसेक्स में विभिन्न क्षेत्रों की 30 प्रमुख कंपनियां शामिल हैं, जैसे:

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज
  • टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)
  • इंफोसिस
  • एचडीएफसी बैंक
  • आईसीआईसीआई बैंक
  • भारती एयरटेल
  • हिंदुस्तान यूनिलीवर

सेंसेक्स के उतार-चढ़ाव के कारण:

  1. अंतरराष्ट्रीय घटनाएं: जैसे युद्ध, प्राकृतिक आपदाएं।
  2. नीतिगत बदलाव: सरकार की नई आर्थिक नीतियां।
  3. कंपनी के प्रदर्शन: बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे।
  4. मुद्रास्फीति और ब्याज दरें।
  5. निवेशकों की धारणा।

उदाहरण:

यदि सेंसेक्स 500 अंकों से ऊपर जाता है, तो इसका मतलब है कि 30 कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ रही हैं। अगर यह 300 अंकों से नीचे जाता है, तो इसका मतलब है कि शेयरों की कीमतें गिर रही हैं।

निवेशकों के लिए सलाह:

सेंसेक्स को ध्यान में रखते हुए निवेश करने से आप बाजार की स्थिति का सही आकलन कर सकते हैं। हमेशा दीर्घकालिक निवेश पर विचार करें और जोखिम प्रबंधन को प्राथमिकता दें।

नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले विशेषज्ञों से परामर्श जरूर करें।

इससे संबंधित इसे भी पढ़े:UPI क्या है और इसका इतेमाल ?

सेंसेक्स क्या है?

Published on: January 13, 2025

[gpss_share_buttons]

What-is-SENSEX-300x160
---Advertisement---

सेंसेक्स क्या है?

(What is SENSEX?)

What is SENSEX? सेंसेक्स भारतीय शेयर बाजार का एक प्रमुख सूचकांक है, जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सूचीबद्ध 30 सबसे बड़ी और सबसे स्थिर कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है। यह “सेंसिटिव इंडेक्स” (Sensitive Index) का संक्षिप्त रूप है। सेंसेक्स भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार की स्थिति को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण मानक है।

सेंसेक्स की विशेषताएं:

  1. स्थापना: सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई थी।
  2. कंपनियां: इसमें 30 प्रमुख कंपनियों को शामिल किया जाता है, जो अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
  3. मूल्यांकन: यह कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और उनकी प्रदर्शन दर के आधार पर गणना की जाती है।
  4. मुख्य क्षेत्र: इसमें बैंकिंग, आईटी, ऊर्जा, ऑटोमोबाइल, और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों की प्रमुख कंपनियां शामिल होती हैं।

सेंसेक्स कैसे काम करता है?

  • सेंसेक्स का आधार वर्ष 1978-79 है और इसका आधारांक (Base Value) 100 है।
  • यह सूचकांक कंपनियों के फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन पर आधारित है।
  • यदि इन 30 कंपनियों के शेयर की कीमतें बढ़ती हैं, तो सेंसेक्स ऊपर जाता है। अगर कीमतें गिरती हैं, तो सेंसेक्स नीचे आता है।

सेंसेक्स का महत्व:

  1. बाजार की स्थिति का संकेत: सेंसेक्स यह बताता है कि भारतीय शेयर बाजार की समग्र स्थिति क्या है।
  2. आर्थिक संकेतक: यह भारतीय अर्थव्यवस्था की दिशा और दशा को मापने में मदद करता है।
  3. निवेशकों का मार्गदर्शन: यह सूचकांक निवेशकों को समझने में मदद करता है कि बाजार में कब निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
  4. वैश्विक पहचान: सेंसेक्स के उतार-चढ़ाव का असर अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर भी पड़ता है।

सेंसेक्स में शामिल कंपनियां:

सेंसेक्स में विभिन्न क्षेत्रों की 30 प्रमुख कंपनियां शामिल हैं, जैसे:

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज
  • टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)
  • इंफोसिस
  • एचडीएफसी बैंक
  • आईसीआईसीआई बैंक
  • भारती एयरटेल
  • हिंदुस्तान यूनिलीवर

सेंसेक्स के उतार-चढ़ाव के कारण:

  1. अंतरराष्ट्रीय घटनाएं: जैसे युद्ध, प्राकृतिक आपदाएं।
  2. नीतिगत बदलाव: सरकार की नई आर्थिक नीतियां।
  3. कंपनी के प्रदर्शन: बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे।
  4. मुद्रास्फीति और ब्याज दरें।
  5. निवेशकों की धारणा।

उदाहरण:

यदि सेंसेक्स 500 अंकों से ऊपर जाता है, तो इसका मतलब है कि 30 कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ रही हैं। अगर यह 300 अंकों से नीचे जाता है, तो इसका मतलब है कि शेयरों की कीमतें गिर रही हैं।

निवेशकों के लिए सलाह:

सेंसेक्स को ध्यान में रखते हुए निवेश करने से आप बाजार की स्थिति का सही आकलन कर सकते हैं। हमेशा दीर्घकालिक निवेश पर विचार करें और जोखिम प्रबंधन को प्राथमिकता दें।

नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले विशेषज्ञों से परामर्श जरूर करें।

इससे संबंधित इसे भी पढ़े:UPI क्या है और इसका इतेमाल ?

अवश्य पढ़े >>

Join WhatsApp

Join Now

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment